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एक डोली चली एक अर्थी चली / Ek Doli Chali Ek Arthi Chali Lyrics

    Ek Doli Chali Ek Arthi Chali Lyrics in Hindi – ‘Ek Doli Chali Ek Arthi Chali’ is a Hindi Nirguni bhajan sung Ajit Minocha. Lyrics of Ek Doli Chali Ek Arthi Chali song are written by Ajit Minocha. Musc label is Chanda Pop Song.

    Song – Ek Doli Chali Ek Arthi Chali
    Singer – Ajit Minocha
    Lyrics – Ajit Minocha
    Music – Chanda Pop Song

    Ek Doli Chali Ek Arthi Chali Lyrics in Hindi

    एक डोली चली एक अर्थी चली
    एक डोली चली एक अर्थी चली
    फर्क दोनों में क्या है बता दे सखी
    फर्क दोनों में क्या है बता दे सखी

    एक डोली चली एक अर्थी चली
    एक डोली चली एक अर्थी चली
    फर्क दोनों में क्या है बता दे सखी
    फर्क दोनों में क्या है बता दे सखी

    (संगीत)

    चार तुझमे लगे चार मुझमें लगे
    फूल तुझ पर चढ़े फूल मुझ पर चढ़े
    चार तुझमे लगे चार मुझमें लगे
    फूल तुझ पर चढ़े फूल मुझ पर चढ़े

    फर्क इतना है तुझमे और मुझमे सखी
    फर्क इतना है तुझमे और मुझमे सखी
    तू विदा हो चली मैं अलविदा हो चली
    तू विदा हो चली मैं अलविदा हो चली

    (संगीत)

    चूड़ी तेरी हरी चूड़ी मेरी हरी
    मांग दोनों की सिंदूर से है भरी
    चूड़ी तेरी हरी चूड़ी मेरी हरी
    मांग दोनों की सिंदूर से है भरी

    फर्क इतना है तुझमे और मुझमे सखी
    फर्क इतना है तुझमे और मुझमे सखी
    तू जहां में चली मैं जहां से चली
    तू जहां में चली मैं जहां से चली

    (संगीत)

    तुझे देखे पिया तेरे हँसते पिया
    मुझे देखे पिया मेरे रोते पिया
    तुझे देखे पिया तेरे हँसते पिया
    मुझे देखे पिया मेरे रोते पिया

    फर्क इतना है तुझमे और मुझमे सखी
    फर्क इतना है तुझमे और मुझमे सखी
    तू पिया के चली मैं पिया से चली
    तू पिया के चली मैं पिया से चली

    (संगीत)

    गौरे हाथो में मेहँदी जो तेरे लगी
    गौरे हाथो में मेहँदी वो मेरे लगी
    गौरे हाथो में मेहँदी जो तेरे लगी
    गौरे हाथो में मेहँदी वो मेरे लगी

    फर्क इतना है तुझमे और मुझमे सखी
    फर्क इतना है तुझमे और मुझमे सखी
    तू घर वसाने चली मैं घर वसा के चली
    तू घर वसाने चली मैं घर वसा के चली

    (संगीत)

    लकड़ी तुझमे लगी लकड़ी मुझमे लगी
    लकड़ी वो भी सजी लकड़ी ये भी सजी
    लकड़ी तुझमे लगी लकड़ी मुझमे लगी
    लकड़ी वो भी सजी लकड़ी ये भी सजी

    फर्क इतना है तुझमे और मुझमे सखी
    फर्क इतना है तुझमे और मुझमे सखी
    तूँ लकड़ी से चली मैं लकड़ी में जली
    तूँ लकड़ी से चली मैं लकड़ी में जली

    तू विदा हो चली मैं अलविदा हो चली
    तू विदा हो चली मैं अलविदा हो चली
    तू जहां में चली मैं जहां से चली
    तू जहां में चली मैं जहां से चली

    We hope you understood the song Ek Doli Chali Ek Arthi lyrics in Hindi. If you have any issues regarding the lyrics of Ek Doli Chali Ek Arthi by Ishan Minochaa, please contact us. Thank you.

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